०२ ऑक्टोबर २०२२

गांधी...

किसीने गाली दि
किसीने ने गोली दि
फिर भी वो मरा नहीं
क्योनी वो सिर्फ गांधी नही
सत्य, अहिंसा जैसे विचारो का वो आंधी है...

हमने देखा वो पतला था
हमने देखा वो टकला था
एक धोती और लाठी जैसे भी हो
आझादी के लिए लडने वाला
आखरी बुंद का वो कतरा था...

वो ना कभी नेता था
जाती-पाती ना करता था
वो तो राष्ट्रपिता था (है)
हिंसा वो न करता था,  सत्य सिर्फ कहता था
इसलीए तो सबका वो चहीता था
उसका मतलब सिर्फ सत्य और अहिंसा था...

था! की बात छोडो
वो आज भी सत्य और अहिंसा है,
भारत का राष्ट्रपिता है
दुनिया का वो नेता है
आज भी वो गांधी मतलब
सिर्फ महात्मा गांधी है...

सुखी होण्याचं गुपित

          "द अल्केमिस्ट" या पुस्तकाबाबत स्पर्धा परीक्षेच्या एका डेमो लेक्चर मध्ये ऐकायला मिळाले. म्हटलं वाचूया हे पुस्तक पण आपल्या...