हर वक्त अपना किरदार बदलकर कर निभाना हि
जिंदगी का law of conservation था…
मत जाओ उधर (Engineering कि तरफ) फिर भी आग से खेलने का जो शौक था
और क्या चार साल और चालीस किताबो ने मुझे कागजो पे इंजिनिअर बनाया था…
कुछ लोगो का Fb-Insta अकाउंट क्या बनाया
उन्होने तो मुझे IT इंजिनिअर बना दिया…
गाडी का स्पार्कप्लग ठीक-ठाक करके गाडी को क्या चालू किया
उन्होने तो मुझे मेकॅनिकल इंजिनिअर बना दिया…
सही सिमेंट-रेत का फॉर्मुला क्या बताया
उन्होने तो मुझे सिविल इंजिनिअर बना दिया…
ऐसे हि लोग बनाते गये और मैं बनता गया
जॉब नहि मिल तो वो कहते गये
हम सहते रहे
फिर हम भी निकले घर से
कह गये, हम भी लौटेंगे कहि और से बहुत दूर से…
आये फिर लाखो का पॅकेज लेकर
क्योकी, हर कर्म का फल हो ना हो
लेकिन हर Action का Reaction जरूर होता है
जवाब देना हर एक को आता
पर इंजिनिअर हू बातो से ज्यादा पॅकेज से जवाब देने का मजा बहुत आता है…
हर वक्त कुछ भी हो
जो कभी हारा नही
डरकर जो कभी गिरा नही
हर समस्या का जिसने जुगाड बनाया
उसको कि तो आखिर जिंदगी ने इंजिनिअर बनाया…
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